13.4 C
New York
Saturday, Apr 27, 2024
Star Media News
Breaking News
महाराष्ट्रविविध

कविता : बहुत बदल गया हूँ मैं 

कविता : बहुत बदल गया हूँ मैं

बहुत बदल गया हूँ मैं
पहले सा कहां रह गया हूँ मैं
अक्स नया रंगत नयी
पर्वत सा थम गया हूँ मैं
बहुत बदल गया हूँ मैं
पहले सा कहां रह गया हूँ मैं

अब छोटी छोटी बातों का भी
एहसास होता है
फूल भी नफ़रत से मारो तो दर्द होता है
बर्फ सा पिघल गया हूँ मैं
बहुत बदल गया हूँ मैं
पहले सा कहां रह गया हूँ मैं

हर वक़्त जज्बातों का कारवाँ हैं
नस नस में मुहब्बत रवा हैं
तेरे सुरूर में हिल सा गया हूँ मैं
बहुत बदल गया हूँ मैं
पहले सा कहां रह गया हूँ मैं

अब डर नहीं होता लम्हों का
लहरों पर कश्ती रखी है
कोई शक नहीं कोई सवाल नहीं
भरोसे की दीवार पक्की की है
तेरे यकीन का यकीन हो गया हूँ मैं
बहुत बदल गया हूँ मैं
पहले सा कहां रह गया हूँ मैं

रचनाकार : राजेश कुमार लंगेह
( सेकंड-इन- कमांड, एनएसजी, मुंबई )

Related posts

सिल्वर पदक विजेता ऐश्वर्या मिश्रा को अब गुलदस्ते के साथ मिल रही आर्थिक मदद

starmedia news

धोखाधड़ी के मामले में पूर्व विधायक सुभाष पासी सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज

starmedia news

अवांछित तत्वों ने लगाई आग यज्ञ भंडारा की लकड़ी हुई खाक।

starmedia news

Leave a Comment