आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक निदान उपचार शिविरों, अग्निकर्म, मर्म चिकित्सा व पंचकर्म चिकित्सा से लोगों ने लाभ उठाया
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। आजादी का अमृत महोत्सव और हर दिन हर घर आयुर्वेद के अंतर्गत गुजरात सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग तथा नियामकश्री आयुष कार्यालय गांधीनगर के मार्गदर्शन में वलसाड जिला पंचायत की आयुर्वेद शाखा व वलसाड के सरकारी आयुर्वेद अस्पताल द्वारा शहर के छिपवाड़ में कृष्ण प्रणामी जूना मंदिर के प्रांगण में चौथा आयुष मेला का आयोजन किया गया, जिसमें 7268 लोगों ने इसका लाभ उठाया।
इस कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में वलसाड जिला पंचायत की अध्यक्षा अलकाबेन एच. शाह उपस्थित थीं। इसके अलावा कृष्ण प्रणामी जूना मंदिर के अध्यक्ष राजेशभाई मोदी, वलसाड व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष समीरभाई मपारा, आईसीडीएस के मुख्य सेविका सुमित्राबेन पटेल, हितेशभाई भावसार, किशोरभाई कापड़िया, राजश्यामभाई भगत और कृष्णा प्रणामी जूना मंदिर के सभी ट्रस्टी मौजूद थे। इसके अलावा महिला पतंजलि योग समिति की योग समन्वयक व योग रत्न से सम्मानित तनुजा आर्य व पतंजलि योग समिति की तालुका प्रभारी दक्षाबेन राठौड़ मौजूद रहीं।
आयुष मेले की शुरुआत धन्वंतरि पूजन के साथ हुई और मुख्य कन्याशाला छिपवाड़ की बालिकाओं द्वारा प्रार्थना व स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया गया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी वैद्य मनहरभाई चौधरी द्वारा आयुष की विशेष कामगीरी एवं जानकारी दी गई। इसके साथ ही लोगों को होम्योपैथी और योग के बारे में जानकारी दी गई। मुख्य अतिथियों ने आयुष को अपनाने का भी आग्रह किया। आयुष मेले में आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक निदान एवं उपचार शिविर, अग्निकर्म, मर्म चिकित्सा, पंचकर्म चिकित्सा, आयुष प्रदर्शनी, व्यंजन प्रदर्शनी, सब्जी प्रदर्शनी, रसोई औषधीय प्रदर्शन दिनचर्या, ऋतुचर्या, योगनिदर्शन, प्रकृति परीक्षण, पुस्तक प्रदर्शन तथा आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण एवं आर्सेनिका एल्बम का वितरण किया गया।
शिविर में आयुर्वेदिक सेल्फी प्वाइंट भी शहरवासियों के बीच आकर्षण का केंद्र बना। साथ ही पतंजलि योग शिक्षकों द्वारा योग का कलात्मक प्रदर्शन भी किया गया। इसके अलावा आईसीडीएस विभाग द्वारा आयुर्वेदिक भोजन प्रतियोगिता, स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। आयुर्वेद योग और पर्यावरण बचाओ विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
पूरे कार्यक्रम का संचालन वैद्य दिव्या सोलंकी ने किया। धन्यवाद समारोह व चित्रांकन प्रतियोगिता का संचालन वैद्य स्वाति पांचाल ने किया। शिविर को सफल बनाने के लिए डॉ. धर्मिष्ठा पटेल, डॉ. हेमिल पटेल, डॉ. केतन व्यास तथा टीम आयुष वलसाड ने काफी मेहनत की।