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Monday, Apr 29, 2024
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पूज्य रतिनाथ महाराज के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन

श्री सालासर बालाजी प्रचार मंडल द्वारा दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

कृष्ण मिश्र “गौतम”

स्टार मीडिया न्यूज, वापी । वापी के चनोद स्थित राजस्थान भवन में ब्रह्मलीन संत रतीनाथ महाराज का श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया । बऊ धाम पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 कैलाश वाशी ” रतीनाथजी महराज ” को श्री सालासर बालाजी प्रचार मंडल, (वापी दमन सिलवासा) द्वारा राजस्थान भवन, वापी में भजनों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया । जिसमे संत रतीनाथ महाराज के प्रशंसक , अनुयायी भक्तों द्वारा कार्यक्रम में संत रतीनाथ महाराज को दीप पूजन , माल्यार्पण करने के बाद भजन संगीत के द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया।

जिसमें सुभाष शर्मा ,राकेश जांगिड़ ,प्रमोद मिश्रा, अमित शर्मा ,ब्रह्मानंद दाधीच ,शंकर शर्मा राजेंद्र महला समेत कई भक्तों द्वारा गणेश आया , कर्म से पिछे न हटना चाहिए जैसे मन मोहक संगीत भजनों को गा कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
गौरतलब है कि रतिनाथ जी महाराज 23 दिसम्‍बर 2022 को मुम्‍बई में अंतिम सांस ली। राजस्‍थान के सीकर जिले के लक्ष्‍मणगढ़ स्थित बऊ धाम के पीठाधीश्वर रतिनाथ जी महाराज का देवलोकगमन हो गया।

वे राजस्‍थान में नाथ संप्रदाय के प्रमुख संतों में से एक थे। बता दें कि रतिनाथ महाराज बिना रुके लगातार 9 घंटे तक भजन गाते थे। उनके भजनों को सुनने के लिए हजारों भक्तों की भीड़ जुटती थी। संत शिरोमणि रतिनाथ महाराज बऊ धाम की आत्मा, नाथ सम्प्रदाय की पहचान, लोककल्याण एवं अध्यात्म की प्रतिमूर्ति थे।

वे संत नवानाथ महाराज के शिष्य थे। झुंझुनूं जिले के मंडावा गांव में जन्मे संत रतिनाथजी महाराज को फतेहपुर के नाथ आश्रम में 12 साल की उम्र में लाया गया था। इसके बाद रतिनाथजी महाराज कुछ साल तक झुंझुनूं जिले के टांई नाथ आश्रम में रहे थे शेखावाटी के संत रतिनाथजी ने अब तक 700 से अधिक निर्गुण भजनाें काे अपनी आवाज दी। इसके अलावा शिवजी के भजनाें काे अपनी आवाज दी। निर्गुण भजनाें में उनका सबसे लाेकप्रिय भजन गुरु बिन घाेर अंधेरा रे साधाे भाई…माना जाता है।

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