स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
मुंबई। अजित पवार के देवगिरी बंगले पर आज सुबह से विधायकों की बैठक चल रही थी। इस मुलाकात के बाद अजित पवार राजभवन में दाखिल हो गए। जहां पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री की शपथ ली और शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी राजभवन में मौजूद रहे। एक तरफ से देखा जाए तो महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी भूचाल आने वाला है। अजित पवार ने कुछ दिन पहले मांग की थी कि मुझे विपक्षी दल के नेता की जिम्मेदारी से मुक्त कर पार्टी संगठन की जिम्मेदारी दी जाए। इसके बाद अजित पवार ने ये बड़ा फैसला ले लिया।
वहीं एनसीपी नेता छगन भुजबल भी राजभवन में मंत्रीपद की शपथ ली। इसके अलावा धनंजय मुंडे, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धर्मराव अतराम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे, अनिल पाटिल सहित कुल 9 मंत्रियों ने शपथ ली।
सबसे बड़ी दिलचस्प बात यह है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के करीबी प्रफुल्ल पटेल भी राजभवन में मौजूद रहे।
पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में कई तरह की राजनीतिक घटनाएं हो रही हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक दूसरे की आलोचना कर रहे हैं। अब कहा जा रहा है महाराष्ट्र में एक बड़ा राजनीतिक भूकंप आने वाला है। कहा जा रहा है कि अजित पवार के पास 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।