स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से एशिया के बड़े जिलों में शुमार है। यही वह जिला है जिसने स्वतंत्र भारत का चौथा प्रधानमंत्री देश को दिया, लेकिन उनके ही गृह क्षेत्र में ये अपमान शोभा नहीं देता।
हम बात कर रहे हैं भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की। वर्तमान में मोरारजी देसाई तो नहीं रहे। लेकिन उनकी याद में बनाए गए स्मृति मूर्ति (स्टेच्यू) का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। अपने ही गृह क्षेत्र में स्टेच्यू ( प्रतिमा ) की वर्तमान स्थिति से फजीहत हो रही है।
वलसाड नगर निगम का जिम्मा है कि स्टेच्यू की रख रखाव का। लेकिन अफसोस की बात है कि भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री की मूर्ति दुर्दशा का शिकार हो रहा है। पुण्यतिथि और जन्मदिवस पर केवल प्रेरक बनकर रह गए हैं। इन महान हस्तियों के स्मृतिशेषों की हालत से शासन-प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा खड़ा होता है। इसकी जिम्मेदारी केवल प्रशासन की ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के सदस्यों की भी उतनी ही है। मोरारजी देसाई कांग्रेस के बहुत बड़े नेता रहे । अगर कांग्रेस अपनी ही पार्टी के पुराधाओं को सम्मान न दे तो ये किसी अपराध से कम नहीं है। कांग्रेस के गुजरात में लुप्त होने का एक कारण यह भी है। खैर, आशा है कि प्रशासन इस मुद्दे पर मुस्तैदी दिखाएगा।