स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
मुंबई। श्री हरि नारायण सेवा संस्थान मुंबई की तरफ से संचालित पूरे भारत में “हर हाथ बांसुरी हर सांस बांसुरी” मुहिम उत्तर प्रदेश वाराणसी जौनपुर में कई विद्यालय में आयोजित किया गया।
मुख्य रूप से कुटीर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पराऊ गंज के प्रबंधक श्री अजयेंद्र दूबे जी ने इस मुहिम की प्रशंशा करते हुए स्वयं भी बांसुरी सिखने का निर्णय लिया जिसके लिए योगीराज द्वारा दो गई बांसुरी को ग्रहण किया तथा संस्थान द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्य में हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया और आगामी समय में वाराणसी में होने वाले बड़े कार्यक्रम जिसने महादेव के उपाशक ब्रह्मर्षि योगीराज भारत भूषण भारतेंदु अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर वाराणसी की सड़कों पर कार चलाएंगे और कार चलाते समय कार की स्टियरिंग छोड़कर उसी कार पर तरह तरह के योगासन करेंगे यह एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम होगा अभी तक इस तरह का कार्यक्रम कहीं और नहीं हुआ है। और वहीं पंडित सूर्यमणि बैद्य इंटर कॉलेज खेतापुर की तरफ से श्री अश्वनी तिवारी जी ने कहा कि वाराणसी में पले बढ़े योगीराज भारतेंदु भले ही 21 सालों से बाहर रहे परंतु हमेशा से वाराणसी उनके प्रथम वरीयता पर रहता है इस तरह के कार्यक्रम का शुरुआत वाराणसी से होना हम सभी को गौरवान्वित करने वाला निर्णय है हम सभी बढ़ चढ़ कर सहभागी बनेंगे। एस एन ग्लोबल स्कूल रायगंज के प्रबंधक श्री बृजेश कुमार पांडेय जी ने “हर हांथ बांसुरी हर सांस बांसुरी” का स्वागत करते हुए अपने स्कूल में सभी बच्चों को बांसुरी सिखाने का निर्लय किया है और स्वयं भी बांसुरी सिखने का संकल्प लिया।
आर डी एस महाविद्यालय कुसांव के प्रबंधक समाजसेवक व पूर्व प्रमुख श्री संदीप सिंह जी ने कहा पिछले वर्ष योगीराज भारतेंदु द्वारा विद्यालय में प्रस्तुत कार्यक्रम को आज भी बच्चे और छेत्र वासी याद करते हैं इस मुहिम में कदम से कदम मिलाकर चलने हेतु संकल्पित हूं। द गुरुकुल अकादमी के प्रबंधक श्री पवन चौबे जी ने इस मुहिम से जुड़ने की सहमति जताई। मुख्य रूप से इस देश व्यापी अभियान जो कि विशेष रूप से देश के भविष्य छात्र छात्राओं को स्वस्थ्य रहने हेतु योगीराज भारतेंदु ने यह अभियान चलाया है इस अभियान में मुख्य रूप से महाराष्ट्र से राहुल एजुकेशन,सुंदरम सेंट्रल स्कूल, जी डी आइडियल स्कूल,सरस्वती विद्या निकेतन,होली फैमिली,होली क्रॉस,दांडेकर कालेज, कलांतर आर्ट ट्रस्ट दिल्ली ,श्री हरि नारायण आदर्श संस्कृत महाविद्यालय आदि संस्था शामिल हैं।
विशेष योगदान में श्री एस एम त्रिपाठी,रमेश भाई बाफना,श्री अविनाश श्रीवास्तव,श्री संतोष बरनवाल,श्री कान्हा राम,अरुण जैन, धरम गुप्ता, डा निलेश पाटिल, राहुल दिनेश ठाकरे,धीरज कुमार,शुभम पांडेय आदि हैं।