गुजरात में डॉक्टर के रूप में आधिकारिक तौर पर प्रैक्टिस करने के लिए गुजरात राज्य मेडिकल काउंसिल के साथ पंजीकरण अनिवार्य है:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला विकास अधिकारी श्री मनीष गुरवानी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में, स्वास्थ्य शाखा द्वारा अनाधिकृत रूप से प्रैक्टिस करने वाले फर्जी डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए एक अभियान चलाया गया है। जिसके अंतर्गत जिले के कंट्रोल रूम पर एक जागरूक नागरिक द्वारा फर्जी डॉक्टर के बारे में सूचना प्राप्त की हुई। इसके बाद कपराडा तालुका के सुखला पी.ए.केंद्र क्षेत्र के नानापोंढ़ा वापी रोड पर मस्जिद के पास पुष्पा मंजुला नाम से क्लिनिक चलाने वाले 51 वर्षीय फर्जी डॉक्टर जितेंद्र रामकृष्ण राव सुणके (निवासी नागपुर मानेवाड़ा रोड श्रीहरिनगर -2, प्लॉट नं. 51 के विरुद्ध) वहां तालुका स्वास्थ्य अधिकारी एवं पी. ए. केंद्र सुखला की टीम और पुलिस की टीम द्वारा जांच की गई। वहीं क्लिनिक चलाने वाले फर्जी डॉक्टर के पास कोई सरकारी मान्यता प्राप्त डिग्री या वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने पर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।
गुजरात मेडिकल प्रैक्टिशनर एक्ट 1963 की धारा 30, 35 और ई.पी.सी.-269, 336 और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा 15 के तहत, ई.पी.को. की धारा 420,467, 468 व 471 के अंतर्गत अनाधिकृत तरीके से प्रैक्टिस करने वाले फर्जी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। मानव जीवन के स्वास्थ्य से समझौता करके मानव जीवन को खतरे में डालकर अवैध रूप से चिकित्सा का अभ्यास करना कानूनी अपराध है। भविष्य में ऐसे फर्जी डॉक्टरों के बारे में ई-मेल, टेलीफोनिक संदेश के माध्यम से जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग जिला विकास अधिकारी श्री वलसाड के मार्गदर्शन में ऐसे फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है। गुजरात राज्य में आधिकारिक तौर पर डॉक्टर के रूप में अभ्यास करने के लिए, गुजरात राज्य मेडिकल काउंसिल के साथ पंजीकरण अनिवार्य है। जिला पंचायत तंत्र ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को तैयार है। यदि आपके क्षेत्र में फर्जी डॉक्टर प्रैक्टिस करता पाया जाए तो जनता से अनुरोध है कि वे जिला नियंत्रण कक्ष नं. 02632 – 253381पर संपर्क करके जानकारी प्रदान करें।
गौरतलब है कि वलसाड जिला में अब तक 28 फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी है। जिसमें वलसाड तालुका में 2, पारडी तालुका में 1, वापी तालुका में 11, उमरगाम तालुका में 4, धरमपुर तालुका में 4 और कपराडा तालुका में 6 फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।