नागली की बर्फी के साथ वलसाड ने पहला, मिक्स मिलेट की थूली के साथ नवसारी ने दूसरा और बाजरा की थाली के साथ भरूच ने तीसरा स्थान हासिल किया:-
दक्षिण गुजरात की जिला स्तरीय विजेता बनीं 24 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने इस स्पर्धा में उत्साहपूर्वक भाग लिया:-
कलेक्टर ने बाजरे की रेसिपी को केवल प्रतिस्पर्धा तक सीमित न रखते हुए इसे आंगनबाडी के लाभार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास करने की अपील की:-
जिला विकास अधिकारी श्री मनीष गुरवानी ने बहनों का उत्साहवर्धन किया तथा विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार दिये:-
पोषण माह 2023 का शुभारंभ “सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत” थीम के साथ किया गया:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। संयुक्त राष्ट्र ने भारत की पारंपरिक कृषि उपज (श्री अन्न) की खेती और खपत को बढ़ावा देने के लिए प्रधान मंत्री की वकालत के बाद वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। जिसके अनुसरण में, आईसीडीएस, सूरत जोन के प्रभागीय उप निदेशक के मार्गदर्शन में, वलसाड जिला पंचायत की आईसीडीएस शाखा ने जोन स्तरीय “श्री अन्न” (बाजरा) प्रतियोगिता का आयोजन किया।
इस प्रतियोगिता में सूरत जोन के आठ जिलों वलसाड, नवसारी, नर्मदा, तापी, भरूच, डांग, सूरत ग्रामीण, सूरत शहरी की बाजरा प्रतियोगिता जीतने वाली प्रथम, द्वितीय, तृतीय रैंक की 24 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर इस प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसमें से जोन स्तर पर प्रथम स्थान पर वलसाड जिले के नगली की बर्फी, दूसरे स्थान पर नवसारी जिले की मिक्स बाजरा की थुली, तीसरे स्थान पर भरूच जिले की बाजरा थाली (स्टार्टर टू डेजर्ट ) बनाने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता विजेता रहीं। जिला कलेक्टर श्री क्षिप्रा आग्रे ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तथा उनसे ऐसे प्रयास करने को कहा कि बाजरे की रेसिपी केवल प्रतिस्पर्धा तक ही सीमित न रहकर स्वयं एवं आंगनबाडी के लाभार्थियों द्वारा उपयोग में लाई जा सके।
जिला विकास अधिकारी श्री मनीष गुरवानी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहनों को उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए बधाई दी और आईसीडीएस के अलावा अन्य विभागों के प्रदर्शन को प्रोत्साहित किया और विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किया। वहीं आईसीडीएस शाखा, सूरत जोन की मंडल उपनिदेशक कोमलबेन ठाकोर ने बाजरा के महत्व के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में डाॅ. श्रुति ठक्कर (आहार विशेषज्ञ), होम साइंस कॉलेज की प्रोफेसर सोनल रावल, अतुल फाउंडेशन प्रतिनिधि अदिति आचार्य, सिविल अस्पताल एन.आर.सी. पोषण सहायक सुषमा पटेल, स्वास्थ्य शाखा के पीए न्युट्रीशन स्नेहल बार्गजे ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में पोषण माह 2023 का शुभारंभ किया गया। इस वर्ष के पोषण माह का विषय “सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत” है। सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के लिए पोषण माह की थीम के अनुरूप विशेष स्तनपान और पूरक आहार, स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता, पोषण भी पढाई भी, मिशन जीवन के माध्यम से पोषण स्तर में सुधार, मेरी मिट्टी, मेरा देश, जनजातीय केंद्रित पोषण संवेदीकरण, टेस्ट ट्रीट टॉक -एनीमिया आदि गतिविधियों के माध्यम से भारत सरकार कुपोषण को समग्र रूप से निपटने का प्रयास कर रही है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पोषण शपथ ली गयी। धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्वयक दर्शलीबेन पटेल ने किया। संपूर्ण कार्यक्रम का प्रबंधन एवं संयोजन आईसीडीएस की कार्यक्रम आफीसर नीलम पटेल द्वारा किया गया।