खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर संगठन द्वारा की गई कार्रवाई की मांग:-
स्टार मीडिया न्यूज,
श्यामजी मिश्रा
वलसाड। अखिल भारतीय उपभोक्ता उत्थान संगठन वलसाड जिला द्वारा वलसाड जिलाधिकारी के माध्यम से खाद्य पदार्थों में किए जा रहे मिलावट को लेकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों के विस्तृति स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार मिलावट और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाये। जिसके लिए “अखिल भारतीय उपभोक्ता उत्थान संगठन ” के जिला अध्यक्ष राजेंद्र उर्फ राजूभाई मेहता (उमरगाम) के नेतृत्व में वलसाड जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक आवेदन पत्र दिया गया है।
आवेदन पत्र में मांग किया गया है कि राज्य भर में खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले रंगीन रसायनों पर प्रतिबंध लगाया जाये। इसके अलावा दूध से बनी वस्तुओं जैसे घी, मावा, आइसक्रीम, पनीर, मिठाइयाँ आदि में मिलावट के विरुद्ध राज्यव्यापी अभियान चलाया जाये। खाद्य प्रतिष्ठानों पर इस्तेमाल किए जाने वाले तेलों के प्रकार को स्पष्ट रूप से लेबल करने की कानूनी बाध्यता की जाये। खाद्य एवं पेय पदार्थ प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों को प्रतिष्ठान में इस प्रकार लिखना चाहिए कि यह पता चल सके कि वे शुद्ध मक्खन या फैट स्प्रेड का उपयोग करते हैं या नहीं।
राज्य सरकार के खाद्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग, नापतौल विभाग और उपभोक्ता विभाग आदि को नियमानुसार कार्य करने के लिए अभियान चलाना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो संरचना बढ़ानी चाहिए। तंबाकू, गुटखा और सिगरेट जैसे जंक फूड के स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बारे में मेनू कार्ड या बोर्ड पर लिखा जाना चाहिए और सरकार को इस संबंध में एक अभियान भी चलाना चाहिए। वहीं इस मामलों के त्वरित निपटान के लिए प्रत्येक जिले में एक खाद्य नमूना परीक्षण प्रयोगशाला होनी चाहिए। जबकि स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक मामलों में जुर्माने की बजाय सज़ा होनी चाहिए। खाद्य पदार्थों में अजी मोटो और मिठाइयों में सिल्वर फ़ॉइल के संबंध में ठोस नीति बनानी चाहिए। जब अजी मोटो की शुरुआत हुई थी तो इसकी सबसे बड़ी पैकिंग 500 ग्राम की थी और अब सबसे छोटी पैकिंग 20 किलो की है। पहले बच्चों को बचाने के लिए पैकेजिंग पर लिखा होता था कि “कृपया बच्चों को सुरक्षित रखें”, अब अजी मोटो की बड़ी मात्रा ही बच्चों के पेट में जाती है जिससे बच्चों सहित सभी को पेट और मुंह में कई तरह की बीमारियाँ हो रही हैं।
जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन के दौरान प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष विजय गोयल, जिला अध्यक्ष राजूभाई मेहता, वलसाड मंडल अध्यक्ष तेजसभाई त्रिवेदी, वलसाड मंडल महासचिव प्रवीणभाई पटेल, वलसाड शहर अध्यक्ष प्रदीपभाई कोठारी, शहर कोषाध्यक्ष मुकेशभाई ओझा और वापी टीम के शैलेशभाई मेहता शामिल थे। वहीं पूरे गुजरात में जिला इकाइयों द्वारा जिला अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को आवेदन पत्र दिया जा रहा है।