स्वामी विवेकानन्दजी आज के युवाओं के एकमात्र आदर्श हैं:- पुलिस अधीक्षक डाॅ. करणराज वाघेला
श्यामजी मिश्रा
वलसाड। श्री रामकृष्ण विवेकानन्द सेवा समिति ट्रस्ट, धरमपुर के तत्वावधान में विश्वाचार्य स्वामी विवेकानन्द की 162वीं जयंती, युवा-रैली एवं युवा-सम्मेलन के साथ मनाई गई। जिसमें नगर के 20 से अधिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के 3000 से अधिक विद्यार्थी एवं तालुका, एबीवीपी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, प्रोफेसरों, शिक्षाविदों और शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सुबह 8.00 बजे उपस्थित सभी लोगों ने स्वामी विवेकानन्द स्मारक समडीचौक पर पुष्पांजलि अर्पित की, उसके बाद औपचारिक स्वागत किया गया, जिसके बाद शहर के समडीचौक से प्रभुफलिया, मोटाबाजार, टावर रोड, राधाकृष्ण मंदिर, गांधीबाग दशोंदी फलिया, गार्डन रोड, बाबासाहेब अम्बेडकर सर्कल, एसटी डिपो रोड, जेल रोड से लेकर लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर तक 3000 से अधिक युवा छात्रों की एक युवा-रैली निकली गई । इस रैली के दौरान युवाओं ने भारत माता और स्वामी विवेकानन्दजी की जय घोष से पूरे कस्बे को विवेकानन्दमय बना दिया।
इस आयोजित कार्यक्रम में युवा सम्मेलन के मुख्य वक्ता वलसाड जिला पुलिस अधीक्षक डॉ करणराज वाघेलाजी ने लगभग 3000 युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी आज के युवाओं के लिए एकमात्र आदर्श हैं, प्रत्येक विद्यार्थी को यह करना चाहिए अपनी युवावस्था में एक निश्चित लक्ष्य रखें और उसे प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प होना चाहिए। आज के छात्रों के लिए विभिन्न गतिविधियों में रुचि लेना और हर पहलू में विशेषज्ञता हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात किया। जिसमें आत्मविश्वास, धैर्य और लक्ष्य प्राप्ति प्रमुख थे। उन्होंने एक साल तक इंटर्नशिप की और उसके बाद भी उन्होंने आईपीएस बनने का सपना देखा और इसे विवेकानंद जी के सिद्धांतों और आदर्शों के माध्यम से हासिल करने की अपनी पूरी जीवन कहानी बताई और प्रत्येक छात्र से हालिया फिल्म “12वीं फेल” देखने का अनुरोध किया।
वहीं दूसरे वक्ता हरिकृष्ण शास्त्रीजी ने विवेकानन्दजी के आत्म-विश्वास, आत्म-ज्ञान, आत्म-संयम के सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डाला और उपस्थित युवाओं को आत्म-विश्वास विकसित करने और विश्वास की नींव पर खड़े होकर मजबूत बनने का नया नारा दिया। वहीं विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए सवालों का वक्ताओं ने भावुक होकर जवाब दिया, इससे प्रश्नकाल भी सबसे दिलचस्प रहा।
युवा सम्मेलन की शुरुआत में डॉ. दौलतभाई देसाई ने ट्रस्ट की गतिविधियों का परिचय दिया और सभी का स्वागत किया, जिसके बाद स्थानीय विधायक अरविंदभाई पटेल ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे विवेकानंदजी के मुख्य सिद्धांत और लक्ष्य प्राप्त होने तक जागते रहो को आत्मसात करें। इस अवसर पर जीवाभाई अहीर, वसंतभाई कोटक, मुकेश मेराई, पंकज पटेल, हितेश मेराई वलसाड के मितुल देसाई आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालक और धन्यवाद ज्ञापन प्रतीक कोटके ने किया।