
रासायनिक तरल से भरे टैंक के पाइप फ्लैंज से रासायनिक तरल के रिसाव के कारण लगी आग:-

श्यामजी मिश्रा
वापी। वलसाड जिला की औद्योगिक इकाइयों में होने वाली दुर्घटनाओं से उत्पन्न आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन और वलसाड उप नियामक-औद्योगिक सुरक्षा व स्वास्थ्य तथा जिला क्राइसिस ग्रुप द्वारा वापी जीआईडीसी स्थित हूबरग्रुप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में 15 फरवरी को मॉक ड्रिल (रिहर्सल) आयोजित की गई। जिसमें यथार्थवादी परिदृश्यों का निर्माण किया गया तथा आपदा के समय बचाव कार्य किस प्रकार किये जा सकते हैं, इस पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया। फैक्ट्री में डीसीपीडी (डाइ साइक्लो पेंटाडाइन) केमिकल लिक्विड से भरे टैंक के पाइप फ्लेंज से केमिकल लिक्विड के रिसाव के कारण जब आग लगी तो कंपनी और अग्निशमन विभाग की अलग-अलग टीमों ने आग पर काबू पाने के प्रयास किए। परंतु रासायनिक तरल का रिसाव और आग की मात्रा अधिक थी, जिससे साइट मुख्य नियंत्रक द्वारा एक ऑफ-साइट आपातकाल घोषित किया गया, जो साइट आपातकालीन नियंत्रण के अधीन नहीं था और आपदा नियंत्रण कक्ष को सूचित किया गया। घटना के समय मौजूद एक कर्मचारी को शारीरिक चोटें भी आईं और कंपनी के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे नजदीकी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस विभाग ने आवश्यक सड़कों को बंद कर दिया और यथार्थवादी स्थिति बनाई। वहीं हूबर ग्रुप-फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस ग्रुप की मदद से आग पर काबू पाया।
यह मॉक ड्रिल कारखानों और जिला प्रशासन के सहयोग से कारखानों में उत्पन्न होने वाली आपात स्थिति से निपटने और उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करके आपातकालीन स्थिति को संभालने के लिए एक अध्ययन के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। जिला प्रशासन की ओर से इस मॉक ड्रिल में आपदा में सहायता करने वाले सरकारी विभागों की टीम बनाकर मॉक ड्रिल करायी गयी।

इस मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन पारडी प्रांतीय अधिकारी एपी गोहिल, आपदा मामलातदार एके मंसूरी, डीवाईएसपी बी.एन. दवे, वापी ग्रामीण मामलातदार प्रीति मोढवडिया, सूचना विभाग की टीम, वापी शहर मामलातदार के.आर.पटेल, वापी जीआईडीसी पी.आई. वी.जी. भरवाड, भिलाड़ पीएसआई एस.आर. सुसलाडे, डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस ग्रुप के सदस्य सचिव और उप नायब नियामक औद्योगिक सुरक्षा व स्वास्थ्य विभाग के एम.सी. गोहिल, वीआईए के पदाधिकारी व पदाधिकारी उपस्थित थे।
तथा असिस्टेंट डायरेक्टर आर बी मकवाना व उनकी टीम द्वारा किया गया। ऑफ साइट इमरजेंसी-मॉक ड्रिल का सफल संचालन एवं समन्वय जिला क्राइसिस ग्रुप के सदस्य सचिव एवं उप नायब नियामक औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य एम.सी. गोहिल एवं असिस्टेंट डायरेक्टर आर.बी. मकवाना एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। संपूर्ण मॉक ड्रिल में ओवरऑल इंसीडेंट कमांडर के रूप में पारडी प्रांत अधिकारी ए.पी. गोहिल को नियुक्त किया गया था और उनके निर्देशानुसार पूरी मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न हुई। मॉक ड्रिल के समापन के बाद समीक्षा की गई जिसमें आवश्यक सुझाव दिए गए। धन्यवाद ज्ञापन ह्यूबर ग्रुप के संपर्क अधिकारी संदीप पटेल ने किया।