अब साहित्य गोष्ठी, साहित्य संवाद, कवि सम्मेलन, पुस्तक प्रदर्शनी और बुधसभा का भी आयोजन होगा:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड में लंबे समय से जिसकी प्रतीक्षा की जा रही थी अब उसका अंत आ गया है। वलसाड शहर की शान माने जाने वाले श्री महात्मा गांधी सार्वजनिक पुस्तकालय के नए आधुनिक परिसर का 13 मई शनिवार को शाम 5 बजे वित्त, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल राज्य मंत्री श्री कनुभाई देसाई इसे जनता को समर्पित करेंगे। इस आधुनिक पुस्तकालय की क्षमता एक हजार पाठकों की है। आज के डिजिटल युग में भी इस पुस्तकालय के गौरवशाली अतीत के कारण आज तक की पीढ़ियों में किताबों के प्रति प्रेम बरकरार है।
वलसाड में गांधी लाइब्रेरी के नाम से मशहूर इस लाइब्रेरी का उद्घाटन 15 अगस्त 1948 को शाम 6:30 बजे पूर्व राष्ट्रपति जनार्दन बी. देसाई के हाथों एक किराए के मकान में हुआ था। उस समय उपहार में दी गई 1000 पुस्तकों से शुरू होकर, वलसाड नगर पालिका द्वारा संचालित गांधी पुस्तकालय वलसाड के लोगों के लिए पढ़ने का माध्यम बन गया था। फिर 26 जनवरी 1957 को “नए भवन” में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. केशवलाल हरजीवनदास मिस्त्री द्वारा एक नए सार्वजनिक पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया। अब 2023 में नए डिजिटल युग में नगर पालिका द्वारा तैयार इस नए पुस्तकालय को वर्तमान समय के अनुसार खोल दिया गया है। यहाँ दैनिक अखबार, सामायिक वगैरह परंपरागत पठन सामग्री तो है ही, लेकिन नई किताबें भी रखी गई हैं। जिसमें एक लाख रुपये की 600 नई किताबें खरीदी गई हैं। इसके बाद हर साल 500 से 1000 नई किताबें खरीदी जाएंगी। वर्तमान में धार्मिक, आध्यात्मिक, साहित्य, कला, संस्कृति, नाटक, उपन्यास, कहानी और सामान्य ज्ञान पर 26,607 पुस्तकें उपलब्ध हैं।
पुस्तकालय के नवीन आधुनिक परिसर में सम्मेलन कक्ष, पुस्तकालय सहित अलग-अलग विशाल बैठक की व्यवस्था, पार्किंग, शौचालय सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। सरकारी नौकरियों के लिए जीपीएससी-यूपीएससी सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत उपयोगी पुस्तकें इस नई लाइब्रेरी में उपलब्ध हैं और यहां बैठने की अलग से व्यवस्था की गई है ताकि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को पढ़ने में परेशानी न हो।
अभी तक जिस तरीके से वर्षों से चली आ रही पुस्तकालय की विस्तार गतिविधियां जैसे कि साहित्य गोष्ठी, साहित्य वार्तालाप, कवि सम्मेलन, पुस्तक प्रदर्शनी और बुध सभा वगैरह सतत आगे भी चलती रहेगी। और यह वलसाड की पठन-पाठन जनता के लिए नगर पालिका की ओर से एक अमूल्य उपहार होगा।