स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
उमरगांव। उमरगांव तालुका स्थित सोलसुंबा ग्राम पंचायत फिर से एक बार चर्चा का विषय बना हुआ है। बहुचर्चित गौचर भूमि को हड़प कर अवैध दुकान बनाए जाने के मामले में 3.5 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल 3 मुख्य किरदारों के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कराया गया है। जिसमें तीनों आरोपी फरार है। टीडीओ द्वारा उमरगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद से तीनों आरोपी फरार हैं, जिसमें पूर्व सरपंच अमित मणिलाल पटेल, वर्तमान सरपंच बलदेव जसुभाई सुरती और तलाटी सुधीर प्रवीण पटेल शामिल हैं, जिन पर घोटाले का आरोप है।
बड़ा सवाल है कि , सोलसुंबा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच, वर्तमान सरपंच और तलाटी के खिलाफ शिकायत के बाद निवेशकों के पैसों का क्या होगा…?
पूरे मामले की बात करें तो वलसाड जिले के उमरगांव तालुका के सोलसुंबा ग्राम पंचायत के स्वामित्व वाली गौचर भूमि पर पूर्व सरपंच अमित पटेल ने पंचायत के गलत प्रस्ताव बनाकर प्रशासनिक मंजूरी प्राप्त किए बिना अवैध रूप से 58 कच्ची दुकानें बनाईं थी। दुकानें नीलाम कर व्यापारियों से 3.50 करोड़ रुपये वसूले गए। दुकानों की नीलामी से प्राप्त आय को ग्राम पंचायत के अपने निधि खाते में जमा करने के बजाय एक निजी बैंक में एक अलग खाता खोला गया और सारा पैसा एफडी के रूप में रखा गया।
यह पूरा मामला तब सामने आया जब नीलामी में दुकानें पाने वाले व्यापारियों के घोटाले की बात सामने आने और ग्राम पंचायत, तालुका पंचायत में याचिका दायर कर नीलामी के दौरान दिए गए पैसे वापस करने की मांग की गई। दुकान की नीलामी के मामले में टीडीओ ने सभी जांच पूरी करने के बाद सोलसुंबा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच, वर्तमान सरपंच और तलाटी के खिलाफ 420 का मामला दर्ज किया है। वहीं बहुचर्चित शख्स अमित पटेल के खिलाफ यह पहली शिकायत नहीं है। उसके सरपंच पद के कार्यकाल के बाद से उनके खिलाफ ऐसी कई शिकायतें आई हैं। कोरोना काल में बिना सोचे-समझे निर्णय लेकर जिलाधिकारी के आदेश की अवहेलना करने का काम किया गया है। रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ऐसे कई कारनामें पूर्व सरपंच अमित पटेल के नाम पर हैं।