स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। महाराष्ट्र राज्य की सीमा से सटे धरमपुर तालुका के खड़की और मधुरी गांवों में रमनलाल पटेल द्वारा अपनी दादी और पत्नी की स्मृति में प्राकृतिक खेती सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया और भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए प्राकृतिक खेती अपनाने का निर्णय लिया।
मगदल्ला के रमनलाल पटेल ने कर्म योग को जीवन का मंत्र बना लिया है जो समाज तथा विकास से वंचित लोगों के लिए समर्पित है। उन्होंने अपनी मातृश्री लक्ष्मी बा और धर्मपत्नी लक्ष्मीबेन की स्मृति में खड़की व मधुरी गांव के किसान भाई-बहनों को प्राकृतिक खेती की श्री श्री ट्रस्ट फॉर एग्रीकल्चर एंड साइंस बैंगलोर गुजरात की ओर से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया। इन गांवों में सुजाताबेन शिक्षण व जल जमीन व्यवस्था के लिए 24 वर्ष से सर्वोदय मंडल के माध्यम से सेवा का कार्य कर रहा है।
पिछले वर्ष वेकेंज़ा कंपनी द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता किरणभाई इनामदार के माध्यम से विभिन्न फलों के पौधे और विभिन्न सब्जियों के पौधे वितरित किए गए थे, जिन्हें इस गाँव के लोग कुदरत के बालकों को ऐसे पाल रहे हैं जैसे कि वे उनके बच्चे हों। वे प्राकृतिक सब्जियाँ उगाकर उनका परस्पर उपयोग कर रहे हैं। इस सेमिनार में भी रमनभाई पटेल परिवार के सौजन्य से विभिन्न प्रकार के हजारों पौधों का वितरण किया गया।
इस कार्यक्रम में श्री श्री ट्रस्ट के राज्य समन्वयक पृथ्वी आर पटेल, पंडित, नलिनी पटेल और उनकी टीम ने इस कार्य में मार्गदर्शन किया, इस क्षेत्र में सेवा दे चुके अर्थशास्त्री और गुजरात विद्यापीठ के पूर्व कुलपति सुदर्शनभाई अयांगर भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने अपना मार्गदर्शन दिया और रमनलाल पटेल की मातृभक्ति व जीवन साथी के प्रति प्रेम की सराहना की और सदगत आत्मा की शांति के लिए उनकी मधुर स्मृति को ताजा रखने के लिए इस नए दृष्टिकोण की बहुत सराहना की।