श्यामजी मिश्रा
वलसाड। वलसाड के राबडा गांव में विश्वंभरी तीर्थधाम के संस्थापक श्री महापात्र द्वारा ध्वजारोहण कर 75वां गणतंत्र दिवस भव्य रूप से मनाया गया। देश के प्रत्येक नागरिक में राष्ट्रीयता की भावना विकसित हो और मातृभूमि का ऋण चुकाने के लिए अपना कर्तव्य निभाए, इसी शुभ कामना के साथ हर वर्ष इसी स्थान पर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा एक सुंदर अभियान कृति प्रस्तुत की गई साथ ही राबडा गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति गीत एवं हमारी भारतीय संस्कृति की धरोहर एक अद्भुत डांगी नृत्य प्रस्तुत किया गया।
यह धाम बिना किसी जातिगत भेदभाव के सनातन वैदिक धर्म को दुनिया भर में फैला रहा है। इस धाम में हर जगह साफ-सफाई और पवित्रता खुली आंखों से देखी जा सकती है। ‘जहां स्वच्छता वहां प्रभुता’ वाली कहावत यहां सच होती नजर आ रही है। यह धाम स्वच्छ भारत मिशन का मॉडल बन गया है। इसलिए यहां आने वाला हर भावी श्रद्धालु यहां से स्वच्छता की प्रेरणा लेता है। धरती माता समस्त जीवित सृष्टि का पालन-पोषण और रक्षा करती है। साथ ही सभी को आश्रय भी देती है। हमें भोजन, पानी, हवा, फल, जड़ी-बूटियाँ, पौधे, खनिज पदार्थ धरती माँ से ही मिलते हैं। इस सृष्टि के रचयिताओं में विश्वम्भरी मां ने सभी प्राणियों में मनुष्य को सर्वोत्तम स्थान दिया है।
इसलिए इस धरती माता की रक्षा करना और पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना हर इंसान का कर्तव्य है। हालाँकि, आज का मानव प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर उसे बुरी तरह नकार रहा है। इसके कारण आज मानव को सुनामी, भूकंप, चक्रवात, भारी बारिश, बर्फबारी, ग्लोबल वार्मिंग जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रकृति के नियमों का पालन करना और उनकी रक्षा करना दुनिया के हर इंसान की जिम्मेदारी है। अभी भी समय है कि मनुष्य को होश आ जाए, अन्यथा प्रकृति का खंडन, अगर अभी भी जारी रहा, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे और संपूर्ण मानव जाति रोग और पीड़ा से कराहने लगेगा।