अधिवक्ता अनिल शर्मा का हुआ एकल काव्य पाठ।
मुंबई। साहित्यिक एवं सामाजिक राष्ट्रीय संस्था डिजिटल सेन भारत परिवार के फेसबुक पटल से वर्चुअल ब्रॉडकास्ट के माध्यम से रविवार दिनांक 25 सितंबर 2022 को संध्याकाल 7:00 बजे एकल काव्य पाठ का आयोजन किया गया जिसमें मुंबई के प्रतिष्ठित एवं उत्कृष्ट साहित्यकार अधिवक्ता अनिल शर्मा को आमंत्रित किया गया।जिन्होंने इस सामाजिक पटल के माध्यम से सर्वप्रथम समाज को आगे बढ़ने के लिए तथा बच्चों को शिक्षित करने हेतु एक संदेश दिया फिर अपने काव्य पाठ का शुभारंभ किया।कविताओं में भी देश,समाज और शिक्षा का संदेश प्रवाहित होता दिखाई दिया। अनिल शर्मा द्वारा कविताओं की चंद लाइने कुछ इस तरह रही-
सच में जैसा सुना था वैसा,सचमुच होते हैं।
सब कुछ होते मीत नहीं, पर बहुत कुछ होते हैं।।
बेटी दिवस पर चंद लाइने-
बाप की हैं आन होती,भाई की हैं शान होती।
मातु की है जान होती प्यारी प्यारी बेटियां।।
आपसी प्रेम और सौहार्द को बनाए रखने के लिए लाइन–
पावन प्यार अगर महकेगा, तो मन चंदन हो जाएगा।
एकता की बात करते हुए कहते हैं-
समंदर में शहद घोलो तो कोई बात मानूंगा।
मधुर ही बोल जब बोलो तो कोई बात मानूंगा।।
मीडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप ने बताया इसका आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी पवन कुमार पवन शामली उत्तर प्रदेश एवं पवन कछवाहा नई दिल्ली के माध्यम से हुआ। पवन कुमार पवन ने देशवासियों और समाज के हर व्यक्ति को पितृपक्ष की बधाई देते हुए शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं भी प्रेषित की।