वापी। वापी शहर में स्थित केमिकल फैक्ट्रियों व अति ज्वलनशील रसायनों के भंगार के जत्थों में आग लगने की घटनाओं से आसपास में रहने वाले लोगों के लिए हमेशा जान का खतरा बना रहता है। भंगार व्यापारियों द्वारा गोडाउन में रखे गए अवैध रूप से अति ज्वलनशील रसायनों की वजह से आये दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। वापी शहर में इसके पहले भी डूंगरी फलिया विस्तार के भंगार के गोडाउन में भयंकर आग लगी थी। जिससे कई लोगों को घर से सुरक्षित दूसरी जगह शिफ्ट करवाना पड़ा था। अभी हाल ही में वापी के करवड गांव में रखे गए कचरे में भीषण आग लग गई थी। और अब 28 मई को रविवार के दिन वापी के डुंगरी फणिया में भंगार के गोडाउन में फिर भीषण आग लग गई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 12 गाडिय़ां घटना स्थल पर पहुंच कर आग बुझाने की कोशिश की। खैर बहुत ही मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। और जनहानि की कोई सूचना अभी तक सामने नहीं आई है। बार-बार भंगार के गोडाउन में इस तरह की आग की घटनाओं से आस-पास में रहने वाले लोगों में एक तरह का भय का माहौल है। इसके बावजूद भी स्थानीय नेताओं से लेकर शासन-प्रशासन इन भंगारियों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हुई है। ये भंगारियों के व्यापारी इतने बेखौफ है कि इनके ऊपर नियम कानून कोई मायने नहीं रखता है। जबकि जी पी सी बी तथा नगरपालिका वापी द्वारा कई प्रकार से सुरक्षा तथा अन्य दस्तावेजी निर्देश दिए गए हैं । परंतु स्क्रैप कारोबारियों की मीटिंग तथा जागरूकता अभियानों के बाद भी खुलेआम खतरनाक केमिकल्स खुली जगहों व गटर-नाले में छोड़ा जा रहा है। ये भंगारीी जी पी सी बी तथा वापी नगर पालिका द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का ये स्क्रैपर या भंगार के व्यापारी नहीं मानते हैं।