रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर पर दिया संदेश ,प्रभु राम द्वारा बिताए गए सभी स्थानों का रेलवे कराएगा भ्रमण:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो ,
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत गौरव डीलक्स एसी पर्यटन ट्रेन से “श्री रामायण यात्रा” शुरू करने का निर्णय किया है। यह यात्रा 7 अप्रैल 2023 को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों की यात्रा करेगी।
इस अत्याधुनिक डीलक्स एसी पर्यटन ट्रेन में दो बढ़ियां डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक रसोई, कोचों में शॉवर क्यूबिकल्स, सेंसर आधारित वॉशरूम फंक्शन, फुट मसाजर सहित कई अद्भुत विशेषताएं हैं। ट्रेन सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड जैसी सुविधाओं से लैस है। पैकेज मूल्य में एसी क्लास में ट्रेन यात्रा, एसी होटलों में रहने की व्यवस्था, सभी भोजन (केवल शाकाहारी), एसी वाहनों में सभी स्थानांतरण और दर्शनीय स्थल, यात्रा बीमा और आईआरसीटीसी टूर मैनेजर आदि की सेवाएं शामिल हैं। दौरे के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ यात्रा प्रदान करके सभी आवश्यक स्वास्थ्य सावधानियों का ध्यान रखा जाएगा।
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन की शुरुआत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल “देखो अपना देश” के अनुरूप की गई है। इस पहल की शुरुआत स्पेशल टूरिस्ट ट्रेनें चलाकर लोगों को धार्मिक स्थलों से जोड़ने को लेकर की गई थी। “देखो अपना देश” पहल के जरिये केंद्र सरकार पर्यटन को बढ़ावा, विभिन्न पर्यटन स्थलों के संबंध में जागरूकता प्रदान और स्थानीय अर्थव्यवस्था का विकास कर रही है ।
यह यात्रा पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन दो तरह की रहने की सुविधा प्रदान करती है यानी फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी। इसमें 2एसी के लिए प्रतिव्यक्ति किराया 1,14,065/- रुपये और 1एसीक्लास केबिन के लिए 1,46,545/- रुपये और 1एसी कूपे के लिए 1,68,950/- रुपये है। बता दें कि यह यात्रा पूरे 18 दिनों में पूरी होगी। इस ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या होगा, जहां पर्यटक श्री राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी के दर्शन करेंगे और सरयू आरती में शामिल होंगे। इसके बाद का पड़ाव नंदीग्राम में भारत मंदिर होगा। उसके बाद अगला पड़ाव बिहार में सीतामढ़ी होगा, जहां से पर्यटक सीता जी के जन्म स्थान और राम जानकी मंदिर जनकपुर (नेपाल) का दौरा करेंगे जहां वे सड़क मार्ग से पहुंचेंगे। सीतामढ़ी के बाद, ट्रेन बक्सर रवाना होगी, जहां दर्शनीय स्थलों की यात्रा में रामरेखाघाट, रामेश्वरनाथ मंदिर और उसके बाद पवित्र गंगा में डुबकी शामिल होगी। अगला गंतव्य वाराणसी है जहां पर्यटक काशी विश्वनाथ मंदिर और गलियारे, तुलसी मानस मंदिर और संकट मोचन हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। यात्रा पूरी होने पर यात्रियों को सड़क मार्ग से प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट ले जाया जाएगा। यात्रियों के लिए वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट में रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी ।
वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट के बाद ट्रेन का अगला पड़ाव नासिक होगा, जहां त्र्यंबकेश्वर मंदिर और पंचवटी के दर्शन किए जा सकेंगे। इसके बाद अगला पड़ाव भद्राचलम में होगा जहां यात्री सीता राम मंदिर के दर्शन करेंगे। ट्रेन के वापस लौटने से पहले अंतिम पड़ाव नागपुर है। ट्रेन अपनी यात्रा के 18 वें दिन वापस दिल्ली लौट आएगी। यात्री संपूर्ण भ्रमण के दौरान लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।